- केंसर होने का भय लगता हो तो रोज़ाना कढ़ीपत्ते /तुलसी/ हल्दी का रस पीते रहें
- हार्टअटेक का भय लगता हो तो रोज़ना अर्जुनासव या अर्जुनारिष्ट पीते रहिए
- बवासीर होने की सम्भावना लगती हो तो नागदोन के 3-4 हरे पत्ते रोजाना सबेरे चबा कर खाएँ
- किडनी फेल होने का डर हो तो हरे धनिये का रस/ गोखरू प्रात: खाली पेट पिएँ
- पित्त की शिकायत का भय हो तो रोज़ाना सुबह शाम आंवले/ एलोवेरा/ विट ग्रास का रस पिएँ
- सर्दी जुकाम की सम्भावना हो तो नियमित कुछ दिन गुनगुने पानी में थोड़ा सा हल्दी/ त्रिकटु चूर्ण डालकर पिएँ
- गंजा होने का भय हो तो बड़ की जटाएँ कुचल कर नारियल के तेल में उबाल कर छान कर रोज़ाना स्नान के पहले उस तेल की मालिश करें
- दाँत गिरने से बचाने हों तो फ्रिज और कूलर का पानी पीना बंद कर दें, अपामार्ग की दातुन करें
- डायबिटीज से बचाव के लिए तनावमुक्त रहें,व्यायाम करें,रात को जल्दी सो जाएँ,चीनी नहीं खाएँ गुड़ खाएँ, गिलोय घीस कर पिएं
- किसी चिन्ता या डर के कारण नींद नहीं आती हो तो रोज़ाना भोजन के दो घन्टे पूर्व 20 या 25 मि. ली. अश्वगन्धारिष्ट 200 मि. ली. पानी में मिलाकर पिएँ
किसी बीमारी का भय नहीं हो तो भी 15 मिनिट अनुलोम विलोम 15 मिनिट कपालभाती 12 बार सूर्य नमस्कार करें